MuhAvarE - bh_मुहावरे - भ

MuhAvarE - bh_मुहावरे - भ


     मुहावरे भाषा को सुदृढ़, गतिशील और रुचिकर बनाते हैं। उनके प्रयोग से भाषा में चित्रमयता आती है, जैसे- अपने पैरों पर कुल्हाड़ी मारना, दाँतों तले उँगली दबाना, रंगा सियार होना। 'मुहावरा' अरबी भाषा का शब्द है जिसका अर्थ है बातचीत करना या उत्तर देना। कुछ लोग मुहावरे को 'रोज़मर्रा', 'बोलचाल', 'तर्ज़ेकलाम' या 'इस्तलाह' कहते हैं। यूनानी भाषा में 'मुहावरे' को 'ईडियोमा', फ्रेंच में 'इडियाटिस्मी' और अँगरेजी में 'इडिअम' कहते हैं।

1. भँवर-जाल में फँसना
2. भंड़ा-फोड़ करना
3. भगवान और भौतान दोनों को एक साथ खुष नहीं कर सकते
4. भगवान को प्यारा होना
5. भगवान माफ करता है
6. भगवान मुझे परिजनों से बचाए शत्रुओं से मैं अपनी रक्षा आप कर लूँगा
7. भगीरथ प्रयत्न करना
8. भगोड़ा सिपाही पलटन की बुराई करता है
9. भड़भड़ मचाना
10. भड़ास निकालना
11. भभकी देना, बंदर
12. भय और प्रेम एक जगह नहीं रहते
13. भर जाना, पाँव
14. भरना, आँखें
15. भरना, किसी को
16. भरना, पापों का घड़ा
17. भरम बनाये रखना
18. भरी थाली पर लात मारना
19. भला बुरा कहना
20. भाक्करखोरे को ईष्वर भाक्कर देता है
21. भाक्ल चुड़ैल की मिजाज परियों का
22. भाक्ल देखते रह जाना
23. भाक्ल से मोमन, करतूत से काफिर
24. भागूफा छोड़ना
25. भाड़ झोंकना
26. भाड़ नहीं फूटता, एक चने से
27. भाड़ में जाए
28. भाड़ में झोकना
29. भाड़े का टट्टू
30. भातरंज का मोहरा
31. भाना, फूटी आँखों नहीं
32. भानुमती का पिटारा
33. भानूमती का कुनबा
34. भाब्दों से आदमी की पहचान होती है
35. भाम में बट्टा लगना
36. भारी, पैर (होना)
37. भार्म घोलकर पी जाना
38. भाहद लगाकर चाटना
39. भाहीदों में नाम लिखाना
40. भाीषा छोड़ना
41. भाीषो में देखना, अपना मुँह
42. भिड़ के छत्ते में हाथ डालना
43. भीगी बिल्ली बनना
44. भीत, बालू की
45. भीषण सिंधु तरंग में पहले पैठे कौन
46. भुट्टा-सा उड़ना
47. भुस में आग लगाय जमालो दूर खड़ी
48. भूख में किवाड़ पापड़
49. भूख में गूलर पकवान
50. भूख में चने भी मखाने
51. भूखा बहुत, आटा कम
52. भूखे भजन न होय गोपाला
53. भूत भला कहाँ लौटता है
54. भूत सवार होना
55. भूल सुधारना
56. भूले को अब याद मत करो
57. भूसा भरा होना, दिमाग में
58. भूसी बहुत आटा थोड़ा
59. भृकुटी टेढ़ी होना
60. भेंट चढ़ जाना
61. भेजा खाना (बकबक कर सिर खाना)
62. भेड़ की खाल मे भेड़िया
63. भैंस के आगे बीन बजाए भैंस खड़ी पदराए
64. भोख क्या जाने साबुन का भाव
65. भोखी किरकिरी होना
66. भोर और बकरी एक घाट पर पनी पीते हैं
67. भोर की माँद में पैर रखना
68. भोर के मुँह में जाना
69. भोर चूहो का षिकार नहीं करते
70. भोर भैंसे को मारेगा खरगोष को नहीं
71. भौतान की आँत
72. भ्रम में डालना